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22 May 2023 · 1 min read

*सुमित्रा (कुंडलिया)*

सुमित्रा (कुंडलिया)

सिखलाया सुत को यही, चलो राम-अनुसार
धन्य सुमित्रा मॉं हुई, जिसके शुभ्र विचार
जिसके शुभ्र विचार, राह सुत को दिखलाई
करो लक्षमण पुत्र, गमन पीछे रघुराई
कहते रवि कविराय, अनूठा पाठ पढ़ाया
नमन सुमित्रा मातु, नमन पथ शुभ सिखलाया

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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