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7 Oct 2024 · 1 min read

सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र

सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्री
की पोस्टरों को चिपकाकर हमने दिखाने के लिए “व्हात्सप्प ग्रुप” बना लिया , एवरेस्ट पर अपना परचम लहरा दिया, पर जीवन में ना किसी से गुप्तगु की ना किसी को जान सका और ना किसी को पहचान सका ! संवाद से जुड़ना सीखो !एक दूसरे को जानो पहचानो ! दिल से जुड़ो तो कोई बात बने !
@ परिमल

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