सुन ले सरकार
रवि से छाया
छवि की माया
छुब्ध मन
कठपुतली तन,
बन धूम
चढ़े व्योम
कड़क
तड़क भड़क
फड़ाक
रौद्र भान
ढके शान
मान सम्मान
ठोर ठिकाने
झूठा भान
ले संज्ञान
सुन_ले_सरकार
Mahender Singh Hans
रवि से छाया
छवि की माया
छुब्ध मन
कठपुतली तन,
बन धूम
चढ़े व्योम
कड़क
तड़क भड़क
फड़ाक
रौद्र भान
ढके शान
मान सम्मान
ठोर ठिकाने
झूठा भान
ले संज्ञान
सुन_ले_सरकार
Mahender Singh Hans