सुन रे कन्हैया
सुन रे कन्हैया अब ना बोलीगी योशदा मैया -2 माखन चोर, यशोदा- नंद के लाला , ओ री सखियां कोई जतन कर लें कन्हैया को अपने ,बस कर लें, सुन रे कन्हैया अब ना बोली यशोदा मैया । तू जो रूठे तो जग रूठे,पर मां जो रूठे तो रब रूठे , तुझे ही बोले जगतपति, प्राणपति , मायाधिपति, विश्व गति, सबके रक्षक। सुन रे कन्हैया अब ना बोलगी यशोदा मैया। बोले नंद जी रे छोरा, तेरा हृदय है विशाला,पर मोहे अब ना छोड़े ,पर मेरा दिल जो टूटे उसका क्या ठिकाना-2 दिल नहीं माने तू मेरा नहीं-2 सुन रे कन्हैया अब ना बोलगी… , विचित्र है तेरी मैया और तू अद्भुत हैं रे । , दिल का सूनापन हरने वाले सब पर कृपा करने वाले।।-2 , सुन रे कन्हैया अब ना बोलगी यशोदा मैया …………