*सुन मेरे बिहारी!*
*मुखचंद पर तेरे मैं जाऊं सर्व बलिहारी, सुन मेरे बिहारी!
तेरे प्रेम के रंग में रंगी हैं राधिका प्यारी,
तेरे नैनों की चंचलता में लिपटी है घटा कारी,
सुन मेरे बिहारी ,सुन मेरे बिहारी।
तेरे होंठों की मुस्कान में बसती है, सुख सारी,
तेरे बंशी के धुन में मगन हैं सृष्टि यह सारी,
सुन मेरे बिहारी, सुन मेरे बिहारी।
तेरे प्रीत में डूबी हुई है गोपियाँ न्यारी,
तेरे दरस को तरसे नयन है भोले भंडारी,
सुन मेरे बिहारी ,सुन मेरे बिहारी।।* राधे राधे*