#दोहे – यातायात पर आधारित
जीवन है अनमोल ये , रीति समझ संभाल।
एक त्रासदी ही हमें , देगी कर कंगाल।।
ट्रैफिक लाइट देख चल , नियम सभी तू मान।
व्यर्थ होड़ हित में नहीं , ले सकती ये जान।।
भाग-दौड़ जीवन लिए , मत बन असावधान।
टूटें नियम तनाव में , रखना तू संज्ञान।।
देर हुयी तो क्या हुआ , मिले तनिक फटकार।
अनहोनी जो हो गयी , दाँव लगे संसार।।
हित में सब कानून हैं , पालन करना रोज।
डर मन से हो दूर यूँ , भरा रहे मन ओज।।
दाएँ-बाएँ देख तू , फिर आगे की ओर।
सड़क पार ऐसे करो , पहुँचो अपने छोर।।
होश लिए गाड़ी चला , धैर्य-शील के संग।
होड़ नहीं इस दौड़ में , होकर मस्त मलंग।।
#आर.एस.’प्रीतम’