सुन..# जवानी!
सच तू बड़ा है तूफानी,
संभल तुझे खुद की है रचनी कहानी।
मिट गए जो जोश सारे,
बन गए जीते-जी आसमां के तारे।
रच गये इतिहास प्यारे,
खेल जवानी खून से जो सारे।
रच दे ऐसी तू कहानी,
याद सबको रहे जुबानी।
न जवानी-जवानी पर लुटानी,
देश हित की भार कंधों पे उठानी।
भुला तुझको न कोई पाएगा,
सालों तक इतिहास तेरे गीत गाएगा।
मां का आंचल धन्य,
पिता भाग्यशाली कहलायेगा,
साथ तेरे नाम इनका भी अमर हो जाएगा।
कुछ जो करने की चाहत होगी,
न बहाने की फिर बात होगी।
सुनहरी सभी तेरे रात-दिन,
और हर जगह ही चार चांद होगी।
सही जो तेरा तारतम्य,
फिर न कुछ भी है अगम्य।
एक…क्या?
पूरी दुनिया होगी तेरी दीवानी,
..सुन जवानी।।
रंग मेहनत लाएगा तेरा,
काम सबको भाएगा तेरा।
जोर तुझको बस तनिक लगानी,
तारीफ तेरी गूंगे भी करे जुबानी।
….सुन जवानी।।
कठिन है मार्ग जानी,
पडे जो थोड़ी मुंह की खानी,
ठहर….
मत भाग,
पानी में भी लगेगी आग।
सफलता होगी तेरी तूफानी।
…..सुन जवानी।।