Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2022 · 1 min read

सुनो सखी एक बात बताऊँ

सुनो सखी एक बात बताऊँ
**********************

सुनो सखी एक बात बताऊँ,
बात बता तुम्हें गले लगाऊँ।

यह दुनिया चतुर चालाक है,
सो टके की बात समझाऊँ।

मौकापरस्ती में रंगे लोग हैं,
कर आगाह मैं फ़र्ज निभाऊं।

रखो सदैव याद जो हैं बीती,
भूल गए वो रात याद कराऊँ।

खोलो बंद कान तुम्हें पुकारूँ।
ऊँची दे आवाज मैं हूँ बुलाऊँ।

मनसीरत प्रेम बना है व्यापार,
तन मन की मैं प्यास बुझाऊँ।
***********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हक़ीक़त
हक़ीक़त
Shyam Sundar Subramanian
अपने हक की धूप
अपने हक की धूप
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
दोहे
दोहे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हाइकु- शरद पूर्णिमा
हाइकु- शरद पूर्णिमा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वो हमें भी तो
वो हमें भी तो
Dr fauzia Naseem shad
"अपराध का ग्राफ"
Dr. Kishan tandon kranti
#निस्वार्थ-
#निस्वार्थ-
*प्रणय प्रभात*
शीर्षक - बुढ़ापा
शीर्षक - बुढ़ापा
Neeraj Agarwal
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
माह सितंबर
माह सितंबर
Harish Chandra Pande
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
gurudeenverma198
दौर ऐसा हैं
दौर ऐसा हैं
SHAMA PARVEEN
इतने दिनों के बाद
इतने दिनों के बाद
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
कौन सा रास्ता अपनाओगे,
कौन सा रास्ता अपनाओगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गर्मी और नानी का आम का बाग़
गर्मी और नानी का आम का बाग़
कुमार
तू खुद की इतनी तौहीन ना कर...
तू खुद की इतनी तौहीन ना कर...
Aarti sirsat
10 Habits of Mentally Strong People
10 Habits of Mentally Strong People
पूर्वार्थ
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
Rj Anand Prajapati
23/32.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/32.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्त्री जब
स्त्री जब
Rachana
अजी सुनते हो मेरे फ्रिज में टमाटर भी है !
अजी सुनते हो मेरे फ्रिज में टमाटर भी है !
Anand Kumar
माँ
माँ
Harminder Kaur
जनक दुलारी
जनक दुलारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आफ़ताब
आफ़ताब
Atul "Krishn"
चाँद नभ से दूर चला, खड़ी अमावस मौन।
चाँद नभ से दूर चला, खड़ी अमावस मौन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
विमला महरिया मौज
रक्तदान
रक्तदान
Pratibha Pandey
आहिस्था चल जिंदगी
आहिस्था चल जिंदगी
Rituraj shivem verma
चलती है जिंदगी
चलती है जिंदगी
डॉ. शिव लहरी
Loading...