सुनो, मैं जा रही हूं
सुनो, मैं जा रही हूं
जा रही हूं, इस दुनियां से दूर
वहां जहां, कोई गम ना हो।
सुनो, मैं जा रही हूं
जा रही हूं, इस जंजाल से दूर
वहां जहां, कोई दुख ना हो।
सुनो, मैं जा रही हूं
जा रही हूं, इस बंधन से दूर
वहां जहां, आजादी हो।
सुनो, मैं जा रही हूं
जा रही हूं, इन अफ़सानो से दूर
वहां जहां, कोई पीड़ा ना हो।
सुनो, मैं जा रही हूं
जा रही हूं, इन यादों से दूर
वहां जहां, सिर्फ़ सुकून हो।
– सुमन मीना (अदिति)