Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Oct 2024 · 1 min read

सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है……

सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है……
तो
फिर किसी बात की परवाह नहीं करती……..ShabinaZ

39 Views
Books from shabina. Naaz
View all

You may also like these posts

डोम के चान!
डोम के चान!
Acharya Rama Nand Mandal
*ਮਾੜੀ ਹੁੰਦੀ ਨੀ ਸ਼ਰਾਬ*
*ਮਾੜੀ ਹੁੰਦੀ ਨੀ ਸ਼ਰਾਬ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"क्या लिखूं क्या लिखूं"
Yogendra Chaturwedi
“जब से विराजे श्रीराम,
“जब से विराजे श्रीराम,
Dr. Vaishali Verma
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
आर.एस. 'प्रीतम'
दोस्ती
दोस्ती
Dr fauzia Naseem shad
नाथी
नाथी
manorath maharaj
बड़ी-बड़ी उपमाएं ,
बड़ी-बड़ी उपमाएं ,
TAMANNA BILASPURI
"सपनों का सफर"
Pushpraj Anant
*मृत्युलोक में देह काल ने, कुतर-कुतर कर खाई (गीत)*
*मृत्युलोक में देह काल ने, कुतर-कुतर कर खाई (गीत)*
Ravi Prakash
वो समुन्दर..
वो समुन्दर..
Vivek Pandey
नजरिया
नजरिया
Shekhar Deshmukh
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
3576.💐 *पूर्णिका* 💐
3576.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गौमाता
गौमाता
Sudhir srivastava
✍️ नशे में फंसी है ये दुनियां ✍️
✍️ नशे में फंसी है ये दुनियां ✍️
राधेश्याम "रागी"
दोनों की सादगी देख कर ऐसा नज़र आता है जैसे,
दोनों की सादगी देख कर ऐसा नज़र आता है जैसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
Subhash Singhai
गीत गुरमत का रंग
गीत गुरमत का रंग
Mangu singh
अब   छंद  ग़ज़ल  गीत सुनाने  लगे  हैं हम।
अब छंद ग़ज़ल गीत सुनाने लगे हैं हम।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
जादू  था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
जादू था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
sushil sarna
"प्रार्थना"
राकेश चौरसिया
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
पंकज परिंदा
"यात्रा संस्मरण"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी उसकी कदर करके देखो,
कभी उसकी कदर करके देखो,
पूर्वार्थ
"तेरे लिए.." ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
Piyush Goel
अच्छा रहता
अच्छा रहता
Pratibha Pandey
Loading...