सुनो बुद्ध की देशना, गुनो कथ्य का सार। सुनो बुद्ध की देशना, गुनो कथ्य का सार। अनथक पथ बढ़ते चलो , पा जाओगे पार।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद