Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

सुनो न..

बहुत शोर
करती है ख़ामोशी
जब तुम ख़ामोश होती हो

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
1 Like · 15 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राखी (कुण्डलिया)
राखी (कुण्डलिया)
नाथ सोनांचली
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
Dr Archana Gupta
हार पर प्रहार कर
हार पर प्रहार कर
Saransh Singh 'Priyam'
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
2392.पूर्णिका
2392.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
संतुलित रखो जगदीश
संतुलित रखो जगदीश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हिरनगांव की रियासत
हिरनगांव की रियासत
Prashant Tiwari
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
*बीजेपी समर्थक सामांतर ब्रह्मांड में*🪐✨
*बीजेपी समर्थक सामांतर ब्रह्मांड में*🪐✨
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
बचाओं नीर
बचाओं नीर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
प्यार के सरोवर मे पतवार होगया।
प्यार के सरोवर मे पतवार होगया।
Anil chobisa
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
कौन है वो .....
कौन है वो .....
sushil sarna
औरतें
औरतें
Neelam Sharma
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
Monika Arora
मोहब्बतों की डोर से बँधे हैं
मोहब्बतों की डोर से बँधे हैं
Ritu Asooja
****हमारे मोदी****
****हमारे मोदी****
Kavita Chouhan
छोटे दिल वाली दुनिया
छोटे दिल वाली दुनिया
ओनिका सेतिया 'अनु '
मर्दों को भी इस दुनिया में दर्द तो होता है
मर्दों को भी इस दुनिया में दर्द तो होता है
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
संजय कुमार संजू
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
Ajay Kumar Vimal
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
Ravi Prakash
वक्त जब बदलता है
वक्त जब बदलता है
Surinder blackpen
आँखों से काजल चुरा,
आँखों से काजल चुरा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
“इसे शिष्टाचार कहते हैं”
“इसे शिष्टाचार कहते हैं”
DrLakshman Jha Parimal
स्वर्णिम दौर
स्वर्णिम दौर
Dr. Kishan tandon kranti
गज़ल
गज़ल
करन ''केसरा''
*ईर्ष्या भरम *
*ईर्ष्या भरम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
சிந்தனை
சிந்தனை
Shyam Sundar Subramanian
Loading...