*सुना है चाँद दीखा है (ईद-गीतिका)*
सुना है चाँद दीखा है (ईद-गीतिका)
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(1)
खुशी हर ओर छाई है, सुना है चाँद दीखा है
बधाई है बधाई है, सुना है चाँद दीखा है
(2)
सिवैयों के बनाने की, हुई तैयारियाँ चालू
अभी केसर मँगाई है, सुना है चाँद दीखा है
(3)
खबर दिल्ली से आई है,कि खुशखबरी सुनाई है
खबर पटना से आई है, सुना है चाँद दीखा है
(4)
हमारे बीच में बादल, यहाँ बैरी बने बैठे
इन्हें भी दुश्मनाई है, सुना है चाँद दीखा है
(5)
बधाई ईद पर लेना, बधाई ईद पर देना
बुजुर्गों ने सिखाई है, सुना है चाँद दीखा है
(6)
घिरे बादल हुए रिमझिम,सुहाने बारिशों के दिन
कली-पत्ती नहाई है, सुना है चाँद दीखा है
(7)
अमन दिल में हमारे है, हमें है एकता प्यारी
यही अपनी कमाई है, सुना है चाँद दीखा है
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रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451