सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
खिला ग़ुल चूमकर जैसे हवाओ में नशा छाए
हवाएँ ज़ुल्फ़ सहलाकर जगाती नींद से जैसे
मुहब्बत से मेरे दिल को कोई ऐसे तो सहलाए
आर. एस. ‘प्रीतम’
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
खिला ग़ुल चूमकर जैसे हवाओ में नशा छाए
हवाएँ ज़ुल्फ़ सहलाकर जगाती नींद से जैसे
मुहब्बत से मेरे दिल को कोई ऐसे तो सहलाए
आर. एस. ‘प्रीतम’