Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Mar 2017 · 1 min read

सद् गंध हूँ

चमन में, सद्प्रेममय पुरवाई गह, मिलकर बहूँ|
सद् गंध हूँ, तज ईर्ष्या को प्रीतिमय हरदम रहूँ|
क्यों जल रहे हो, नेह-महक फैलने दो,गुणी सह
आनंद दिल बन, फूल-सदृश मुस्कराओ यह कहूँ|

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

Language: Hindi
599 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
रिश्ते की नियत
रिश्ते की नियत
पूर्वार्थ
बेकसूर तुम हो
बेकसूर तुम हो
SUNIL kumar
Let your thoughts
Let your thoughts
Dhriti Mishra
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
Ranjeet kumar patre
शहनाई की सिसकियां
शहनाई की सिसकियां
Shekhar Chandra Mitra
गुरु से बडा न कोय🌿🙏🙏
गुरु से बडा न कोय🌿🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सांसों के सितार पर
सांसों के सितार पर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
साथ चली किसके भला,
साथ चली किसके भला,
sushil sarna
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
Utkarsh Dubey “Kokil”
उपहास
उपहास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
संदेश
संदेश
Shyam Sundar Subramanian
पेड़ लगाए पास में, धरा बनाए खास
पेड़ लगाए पास में, धरा बनाए खास
जगदीश लववंशी
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विद्यापति धाम
विद्यापति धाम
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
Ram Krishan Rastogi
उतर जाती है पटरी से जब रिश्तों की रेल
उतर जाती है पटरी से जब रिश्तों की रेल
हरवंश हृदय
क़ीमत नहीं होती
क़ीमत नहीं होती
Dr fauzia Naseem shad
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
Shweta Soni
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Neelam Sharma
सब्र
सब्र
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हमारी हिन्दी ऊँच-नीच का भेदभाव नहीं करती.,
हमारी हिन्दी ऊँच-नीच का भेदभाव नहीं करती.,
SPK Sachin Lodhi
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
"चिन्तन"
Dr. Kishan tandon kranti
राम कहने से तर जाएगा
राम कहने से तर जाएगा
Vishnu Prasad 'panchotiya'
आरजू
आरजू
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-503💐
💐प्रेम कौतुक-503💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चीरहरण
चीरहरण
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...