सुखदा छन्द
सुखदा छन्द मात्रिक छन्द
12/10 की यति पर
मुक्तक
क्या लिखें भाव कोई, नही आ रहे है।
गीत हम आज फिर से, वही गा रहे हैं।
सोचता हूँ लिखूं क्या, बड़ी देर से मैं,
बस यही सोचकर अब, लिखे जा रहे हैं।
अदम्य
सुखदा छन्द मात्रिक छन्द
12/10 की यति पर
मुक्तक
क्या लिखें भाव कोई, नही आ रहे है।
गीत हम आज फिर से, वही गा रहे हैं।
सोचता हूँ लिखूं क्या, बड़ी देर से मैं,
बस यही सोचकर अब, लिखे जा रहे हैं।
अदम्य