सुकून कि खोज
सुकून कि खोज में इसान दर दर भटकता जाए.
कभी अपना गम सुनाएँ.
कभी रोए कभी बेहद मुस्कुराए.
सुकून कि खोज में इसान दर दर भटकता जाए.
कभी छोटी सी खुशी मे बेपाक हंसे.
तो कभी दुसरो कि खुशी मे खुश हो जाए.
सुकून की खोज में इसान दर दर भटकता जाए.
कभी मंदिर में ईश्वर पुजे.
कभी महजीद में अललाह से दुआएँ मांगने जाए.
सुकून कि खोज में इसान दर दर भटकता जाए.
कभी खामोशी बेपनाह रखे.
कभी लोगों से बेहद मोहब्बत किए जाए.
कभी खुद रूठे कभी दुसरो को मनाने जाए.
सुकून कि खोज में इसान दर दर भटकता जाए