सुंदरता
नमन मंच 🙏🙏
सुंदरता क्या है?
मिथ्या इस संसार में, सब है आना जाना ,
क्यों घमंड करे रे बंदे, सब यहीं रह जाना।
तन की सुंदरता न ज्यादा काम आएगी,
मन की सुंदरता सदा ही मान दिलाएगी।
जैसा होगा अंतर्मन ,वैसे होंगे मानव कर्म,
सुंदर भाव उपजेंगे सदैव ही सुंदर सत्कर्म।
मुखौटा अधिक नहीं टिकता,सब जानो
सुंदर मन ही स्थायी भाव है पाता ,मानो।
ज्ञानी ध्यानी कह गए ,सँवारो अपना मन ,
मन सँवरा जग पाइए,नहीं तो सब बदरंग।
अंतर्मन जो सुंदर भया ,सुख से बीतें दिन,
ना किसी से कलह हो, खुशी में रहो मग्न।
नीरजा शर्मा