सुंदरता
सुंदरता
तुम बहुत सुंदर हो
क्या यही मेरी पहचान
इसमें मेरा क्या योगदान
क्यों नहीं दिखती तुम्हें
मेरी अस्तित्व की लड़ाई
कठिन रास्तों की चढ़ाई
मेरे कामयाबी के शिखर
बुद्धिमत्ता के उच्च स्तर
मेरा नित नया कीर्तिमान
कभी न खोता स्वाभिमान
क्यों नहीं दिखता तुम्हें
हाँ मैं सुंदर हूँ, बहुत सुंदर
लेकिन सिर्फ़ रूप से नहीं
इसके परे भी है वजूद कहीं
ढेरों प्रतिष्ठा सम्मान कमाए
एक बस तुम ही न देख पाए
शायद तुम्हारी आँखें थी बंद
या देखने की क्षमता थी कम
हाँ मैं सुंदर हूँ, बहुत सुंदर !