सीना तान जिंदा है
हमारी आन है भारत भारत हमारी शान जिंदा है
समूचे लोक का नायक सकल अरमान जिंदा है।
करो ना जाति,भाषा और मज़हब की मिनारों में,
बंधे सब एक माला में मणिक अभिमान जिंदा है ।
दिलों जोशे-जुनूं लबरेज,सारी बस्तियां महफ़िल,
दिखाएं आंख जो हमको ये सीना तान जिंदा है।
ज़माने से निराली है अदब रस्मों रवायत भी,
खिले अहले-चमन के गुल,यही पहचान जिंदा है
तरक्की औ इरादोंहुनर इल्मों के रहे कायल,
ज़मीं से आसमां तक का नवल सोपान जिंदा है।
पुरातन आधुनिकता की नई ऊंची मिसालें दी,
जगत दाता गुरु भारत,ये हिंदुस्तान जिंदा है।
प्रगति के पथ तिरंगा शान से लहरा रहा “नमिता”,
बुलंदी को रहे छूता सदा सम्मान जिंदा है
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