सीता देवी
लंका विजय के बाद
राम तुम्हे लेने नहीं आये,
तुम मौन क्यो थी?
अयोध्या की
जनता तो
साधारण थी
उसके प्रश्नों
का जवाब
उसी समय
क्यों नहीं
दे दिया,
गृह त्याग
क्यों स्वीकारा
और अन्त
का निर्णय
बिना पति परार्मश
के ले लिया,
ऐसी लीला की
जो आज भी
समझ से परे है,
सच बताना
तुम भी
किसी पुरूष
की गढी
कहानी हो,
या मात्र
मन्दिर की
देवी हो|