सीख जिन्दगी में
देती है सीख
हर ठोकर
जिन्दगी में
बच कर
चलना है
सड़क के
पत्थरों से
जिन्दगी में
लो सबक
हर संकट से
जिन्दगी में
संभल कर
उठो, चलो
जिन्दगी में
देते है
सही सीख
और सबक
माता पिता
जिन्दगी में
करो उनका
सम्मान
गाँठ बाँध कर
रखो हर सीख
जिन्दगी में
मत करो
गलत काम
दूर रहो
भ्रष्टाचार
बेईमानी से
नेक ईमान बनों
जिन्दगी में
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल