सीखो
मुश्किलों से लड़ना सीखो,
मन्द समीर सा बहना सीखो,
तम कोनों से गुम हो जाये,
दीपक बनकर जलना सीखो।
मृदु लता से झुकना सीखो,
आँधी तूफान में रुकना सीखो,
जिससे जन जीव को खतरे,
वह मानव विष थुकना सीखो।
झरनों से नित गिरना सीखो,
मधुर भ्रमर सा फिरना सीखो,
प्रतिकूल समय की धारा जब हो,
मछली से जल को चीरना सीखो।
नग हीरे बन जड़ना सीखो,
भूमि हित में सड़ना सीखो,
दर्द किसी के पाँव न होवे,
काँटे बनकर ना गड़ना सीखो।
फूलों से दुख हरना सीखो,
कर्म चींटी से करना सीखो,
पग पग चलकर मीलों कटता,
बूंदों से सागर भरना सीखो।
पतझड़ बनकर झड़ना सीखो,
मराल से प्यार में पड़ना सीखो,
मर्यादा पर आँच जब आवे,
लक्ष्मीबाई बन लड़ना सीखो।
मधुघट से रस भरना सीखो,
वफ़ा श्वान से करना सीखो,
जब आ जाये विपदा भारी,
देश हित में मरना सीखो।
सूरज सा छवि करना सीखो,
परहित नींबू जस गरना सीखो,
आह किसी को क्यों देते हो,
ऊपर वाले से डरना सीखो।