Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2020 · 1 min read

सिर के बाल सफेद

******* सिर के बाल सफेद ******
****************************
यूँ ही नहीं हुए हैं सिर के बाल सफेद
मुकाम हासिल करने में बहाया स्वेद

दिन रात चला हूँ कंटीली राहों पर
तब कहीं जाके खुले सफलता के भेद

बहुत बार रास्ता रोका है हवाओं ने
गंतव्य तक पहुंचे है बाधाएं भेद

तन की झुर्रियों से अंदाजा लगाइये
कितने सावन बिताए जिसके ना खेद

यूँ ही नहीं बैंठें हैं फर्श से अर्श पर
छलनी से भी ज्यादा हैं वस्त्रों में छेद

मनसीरत याद कर लम्हें होता भावुक
जवानी के दिन वारे,पढ़ कर चारों वेद
****************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 539 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गुरु चरण
गुरु चरण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वोट डालने जाएंगे
वोट डालने जाएंगे
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
अमृत वचन
अमृत वचन
Dinesh Kumar Gangwar
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मन के भाव
मन के भाव
Surya Barman
इंतज़ार मिल जाए
इंतज़ार मिल जाए
Dr fauzia Naseem shad
याद  में  ही तो जल रहा होगा
याद में ही तो जल रहा होगा
Sandeep Gandhi 'Nehal'
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
Sanjay ' शून्य'
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Dr Shweta sood
"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
23/77.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/77.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
■ तुकबंदी कविता नहीं।।
■ तुकबंदी कविता नहीं।।
*Author प्रणय प्रभात*
🌷मनोरथ🌷
🌷मनोरथ🌷
पंकज कुमार कर्ण
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
******** प्रेरणा-गीत *******
******** प्रेरणा-गीत *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हाँ मैन मुर्ख हु
हाँ मैन मुर्ख हु
भरत कुमार सोलंकी
आज़ादी के दीवाने
आज़ादी के दीवाने
करन ''केसरा''
रामपुर में दंत चिकित्सा की आधी सदी के पर्याय डॉ. एच. एस. सक्सेना : एक मुलाकात
रामपुर में दंत चिकित्सा की आधी सदी के पर्याय डॉ. एच. एस. सक्सेना : एक मुलाकात
Ravi Prakash
हे मेरे प्रिय मित्र
हे मेरे प्रिय मित्र
कृष्णकांत गुर्जर
कर ले प्यार हरि से
कर ले प्यार हरि से
Satish Srijan
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
दोस्त को रोज रोज
दोस्त को रोज रोज "तुम" कहकर पुकारना
ruby kumari
एकाकीपन
एकाकीपन
Shyam Sundar Subramanian
"सफलता कुछ करने या कुछ पाने में नहीं बल्कि अपनी सम्भावनाओं क
पूर्वार्थ
कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए
कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए
rkchaudhary2012
💫समय की वेदना💫
💫समय की वेदना💫
SPK Sachin Lodhi
यादें मोहब्बत की
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
वक्त कितना भी बुरा हो,
वक्त कितना भी बुरा हो,
Dr. Man Mohan Krishna
साँप ...अब माफिक -ए -गिरगिट  हो गया है
साँप ...अब माफिक -ए -गिरगिट हो गया है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...