सिर और नाक फोड़ डाली
माननीयों ने छोड़ी लोकलाज, मर्यादा तार तार कर डाली
पश्चिमी बंगाल बिधान सभा में, सिर और नाक फोड़ डाली
क्या यह असंबैधानिक कृत्य, गिरते मूल्यों का दर्पण है?
राजनैतिक कटुता हिंसा द़ेष का, नया एक उदाहरण है
संसदीय प्रणाली में पक्ष विपक्ष, बात अपनी अपनी रखते हैं
अमृत मथ कर मिलता है,लोक जनमानस चखते हैं
माननीयों क्या जनमानस को, व्यवहार यही सिखाओगे?
उत्कृष्ट संसदीय परंपरा को, कटुता की भेंट चढ़ाओगे?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी