Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

सिर्फ़ मेरे लिए बने थे तो छोड़कर जाना क्यूं था,

सिर्फ़ मेरे लिए बने थे तो छोड़कर जाना क्यूं था,
क़रीब थे मेरे फिर दूर होने का बहाना क्यूं था?

दूरियों के वक़्त को साल में भी गिनूं तो बहुत है,
ज़माने बाद भी तुम्हें मेरे ज़ेहन में आना क्यूं था?

बहुत पसंद था न तुम्हें मेरा खुशमिजाज होना,
फिर मुझसे ही मेरी हंसी तुम्हें चुराना क्यूं था?

ज़िंदगी में मोहब्बत इक बार ही हो, ज़रूरी नहीं,
जब आख़िरी नहीं थे तो मेरे रूह में समाना क्यूं था?

1 Like · 75 Views

You may also like these posts

बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Madhu Shah
वक्त काटना चाहो
वक्त काटना चाहो
Sonam Puneet Dubey
There is no rain
There is no rain
Otteri Selvakumar
"आगन्तुक"
Dr. Kishan tandon kranti
रक्तदान जिम्मेदारी
रक्तदान जिम्मेदारी
Sudhir srivastava
बिछड़कर मुझे
बिछड़कर मुझे
Dr fauzia Naseem shad
आ गए आसमाॅ॑ के परिंदे
आ गए आसमाॅ॑ के परिंदे
VINOD CHAUHAN
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
आर.एस. 'प्रीतम'
Is This Life ?
Is This Life ?
Chitra Bisht
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
विशाल सागर ......
विशाल सागर ......
sushil sarna
आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है
आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है
Rituraj shivem verma
श्री राम अयोध्या आए है
श्री राम अयोध्या आए है
जगदीश लववंशी
इक नई सी दस्तक मेरे दिल में हर रोज़ होती है,
इक नई सी दस्तक मेरे दिल में हर रोज़ होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चूहों की चौकड़ी
चूहों की चौकड़ी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
चुनना केवल तुमको है
चुनना केवल तुमको है""
Priya Maithil
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
अपनी कलम से.....!
अपनी कलम से.....!
singh kunwar sarvendra vikram
स्नेह
स्नेह
Shashi Mahajan
पहचाना सा एक चेहरा
पहचाना सा एक चेहरा
Aman Sinha
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
दे दो
दे दो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
परीक्षा
परीक्षा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
सवैया
सवैया
Rambali Mishra
एक पुष्प
एक पुष्प
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
4537.*पूर्णिका*
4537.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दशरथ ने पहाड़ तोड़ा.. सौहार्द शिरोमणि संत सौरभ तोड़ रहे धर्म का बंधन
दशरथ ने पहाड़ तोड़ा.. सौहार्द शिरोमणि संत सौरभ तोड़ रहे धर्म का बंधन
World News
उजले ख्वाब।
उजले ख्वाब।
Taj Mohammad
ममतामयी मां
ममतामयी मां
SATPAL CHAUHAN
Loading...