Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

सिन्धु और साक्षी, देश की बेटी

?????
हुआ ऑलंपिक खेल समाप्त,
आया पदक सिर्फ बेटी के हाथ ।

पी वी सिन्धु और साक्षी ने
रखी अपने देश की लाज ।

ऑलंपिक में पदक जीत कर
बेटियों ने संपूर्ण निराशा से बचा लिया ।

सम्पूर्ण देश को इस समय
भावुक उन्माद से भीगा दिया ।

भारत माता की शान में
बेटियों ने तिरंगा फहरा दिया ।

दो – दो पदक जीत कर
भारत का विश्व में मान बढ़ा दिया ।
?????
हुआ ऑलंपिक खेल समाप्त,
आया पदक सिर्फ बेटी के हाथ ।
?????
जहाँ घर से बाहर तक
वर्चस्व था पुरुषों का,

वहाँ बेटी ने दिया जबाब
उसके सवालों का ।

मत मारो इसे अब गर्भ में
है अधिकार इसे भी जीने का ।

इतिहास गवाह है, बेटी ने
सदा मान बढ़या है धरा का ।

आज फिर नजर आया देश को
सिन्धु और साक्षी में रूप झाँसी का ।
?????
हुआ ऑलंपिक खेल समाप्त,
आया पदक सिर्फ बेटी के हाथ ।

पी वी सिन्धु और साक्षी ने
रखी अपने देश की लाज ।
?????
—लक्ष्मी सिंह

1 Comment · 373 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
*मर्यादा*
*मर्यादा*
Harminder Kaur
सृजन और पीड़ा
सृजन और पीड़ा
Shweta Soni
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
Keshav kishor Kumar
अनसोई कविता............
अनसोई कविता............
sushil sarna
अनोखा बंधन...... एक सोच
अनोखा बंधन...... एक सोच
Neeraj Agarwal
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
शुभ दिवस
शुभ दिवस
*प्रणय*
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
Vijay kumar Pandey
---माँ---
---माँ---
Rituraj shivem verma
शर्तों मे रह के इश्क़ करने से बेहतर है,
शर्तों मे रह के इश्क़ करने से बेहतर है,
पूर्वार्थ
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
*कृष्ण की दीवानी*
*कृष्ण की दीवानी*
Shashi kala vyas
कोई काम हो तो बताना
कोई काम हो तो बताना
Shekhar Chandra Mitra
जीवन में प्रेम और ध्यान को मित्र बनाएं तभी आप सत्य से परिचित
जीवन में प्रेम और ध्यान को मित्र बनाएं तभी आप सत्य से परिचित
Ravikesh Jha
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
आर.एस. 'प्रीतम'
किसी सिरहाने में सिमट जाएगी यादें तेरी,
किसी सिरहाने में सिमट जाएगी यादें तेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अनुरक्ति की बूँदें
अनुरक्ति की बूँदें
singh kunwar sarvendra vikram
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मोहब्बत का अंजाम कभी खुशी कभी गम।
मोहब्बत का अंजाम कभी खुशी कभी गम।
Rj Anand Prajapati
A GIRL WITH BEAUTY
A GIRL WITH BEAUTY
SURYA PRAKASH SHARMA
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
Ranjeet kumar patre
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
Ravi Prakash
माँ बाप बिना जीवन
माँ बाप बिना जीवन
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
"ख्वाब"
Dr. Kishan tandon kranti
कर दो मेरे शहर का नाम
कर दो मेरे शहर का नाम "कल्पनाथ"
Anand Kumar
समझौता
समझौता
Shyam Sundar Subramanian
इंतज़ार मिल जाए
इंतज़ार मिल जाए
Dr fauzia Naseem shad
3537.💐 *पूर्णिका* 💐
3537.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
महफ़िल जो आए
महफ़िल जो आए
हिमांशु Kulshrestha
Loading...