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4 Oct 2023 · 1 min read

सिद्दत्त

मेरी ख्वाइशों में शामिल थी तेरी खुशियां,
तुम्हें छुपाने या चुराने की जरूरत ही नहीं।
मुझे बदनाम करने से अगर खुश रहते हो,
तुमसे नाउम्मीद होने की मेरी फितरत ही नहीं।।

Language: Hindi
1 Like · 89 Views
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