सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
चाँदनी हो हर रात के हिस्से में , ऐसा नहीं होता
शूल भी मिलेंगे अगर आगे बढ़ना है
फूलों का ही सफ़र हो , ऐसा नहीं होता
कड़ी धूप मिलेगी कभी सिर के ऊपर
बहारों का मौसम ही रहे , ऐसा नहीं होता
उसूलों पर चले तो उलझना पड़ता है
आसानी से मंज़िल मिले , ऐसा नहीं होता
डा. राजीव “सागरी”