“सिंदूरी”
??सिंदूरी??
अरमान उजागर,भावना का सागर!
अंधेरे की रोशनी,आशा की ज्योति!
शांति महक,पवन चहक!
तेरी कृपा,पवित्र दिशा!
फूलों का श्रिंगार, आस और पास!?
सिंदूरी भोग,दिल को खोल!
संकट मोचन, पवन पुत्र अवतार, शक्ति की रफ़्तार!
ख़याल ही सम्भाल, हो गया, बेड़ा पार!
श्री हनुमतेय नमः????
“सपना”
बैंकाक(थाईलैण्ड)