*** साफ़ दिल ***
सत्य वचन कहने में तेरा
जाता क्या हे बन्दे
जब तू झूठ कहना ही चाहता
है तो क्या मोल लगता है तेरा
किसी को सच कहने में !!
न तेरी पूँजी कम होगी
न तेरी शक्ति घटेगी
न कोई मोल भाव होगा
न कोई इस को तोलेगा
सच कहने से बस तेरा
अपना भ्रम ही मिटेगा !!
साफ़ दिल तेरा रहेगा
न कोई इस में मैल होगी
न कोई इस की साफ़ सफाई
न कोई गलत फ़हमी रहेगी
सच् कहने से बस तेरा
जीवन सफल ही तो होगा !!
जीवन शुद्ध कर अपना प्राणी
अंत काल पछतायेगा, जब तून
कहेगा लोगो को सच बार बार
तो सच कहना तुझे आ जायेगा
सच कहने में बस तेरा क्या
तेरा दिल भी साफ़ हो जायेगा
अजीत कुमार तलवार
मेरठ