साहस
कुछ पाकर खो देने का डर
कुछ न पा सकने का भय
जिंदगी के पटरी से
उत्तर जाने की चिंता
इन्ही छोटे छोटे डरो से
घिरी रहती है जिंदगी
लेकिन जिस वक्त लेते है ठान
करना है कुछ नया काम
तभी लेता है जन्म साहस
और फिर कभी नही रुकते कदम
मंजिलो तक ले जाता है साहस
कोई भी सकल्प नही होता
हौसले के बिना पूरा
पत्थरो को आपस में रगड़ते हुए
डरा होता इन्सान चिंगारियों से
तो पैदा न कर पाता आग
बुद्ध ने यदि साहस न किया होता
तो हम रहते घिरे अज्ञान से
हिममत की अग्रेजो से टकराने की
तभी मिली आजादी।
जिंदगी के हर लम्हे में
हर मोड़ पर है साहस जरूरी
हिममत है ऐसा नायाब गुण
जिसके जरिये होती है
आसान हर राह
मुमकिन हो पाता है
हर सफर तय करना