“*सास हो तो ऐसी”*
मेरी प्यारी बहुरिया रानी, हर रिश्ता प्यार से निभाना !
मैं बन जाऊँगी मैया तेरी, तुम भी बेटी मेरी बन जाना !!
रोक टोक ना कोई तुम पर, अब ये घर तुमको है बसाना !
तुम ही मेरे घर की रौनक़ हो, तुमसे मिलकर ये मैंने जाना !!
तुम बिन अब सूना लागे, मेरे इस घर का कोना कोना !
तुमसे हैं इस घर में ख़ुशियाँ, तुम दुःखी कभी ना होना !!
तुम बिन रह सके ना कोई, घर में ऐसे घुल मिल जाना !
बेटे से भी प्यारी हो तुम, अब मुझसे दूर कभी ना जाना !!
कितना प्यारा रिश्ता है ये, इस दुनिया को है बतलाना !
पहले लड़ती होंगी सास बहु, अब बदल गया है जमाना !!