सावन
उफनने लगी हैं जब बरसात में नदियां
फूलों की खुशबू से महकने लगी बगिया
मैं भी गाने लगा हूँ सावन के लोक गीत
आंगन में जब मेरे बरसने लगी है बदरिया
उफनने लगी हैं जब बरसात में नदियां
फूलों की खुशबू से महकने लगी बगिया
मैं भी गाने लगा हूँ सावन के लोक गीत
आंगन में जब मेरे बरसने लगी है बदरिया