Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Oct 2022 · 1 min read

किसी आशिक से

सावन में बारिश होती है
फाल्गुन में फूल खिलते हैं!
चाहने वाले इस दुनिया में
क़िस्मत से ही मिलते हैं!!
लाख मायूसियों के बावजूद
तू अपनी कोशिशें जारी रख!
दिल के ये दरवाजे अक़्सर
धीरे-धीरे ही खुलते हैं!!
-शेखर चंद्र मित्रा
#Romantic #Urdu #love #poet
#poetry #शायरी #इश्किया #कविता

Language: Hindi
155 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

शीर्षक – वेदना फूलों की
शीर्षक – वेदना फूलों की
Sonam Puneet Dubey
मौसम....
मौसम....
sushil yadav
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
Khaimsingh Saini
आल्ह छंद
आल्ह छंद
Godambari Negi
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
2429.पूर्णिका
2429.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
प्रकृति का बलात्कार
प्रकृति का बलात्कार
Atul "Krishn"
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
है हुस्न का सौदागर...
है हुस्न का सौदागर...
आकाश महेशपुरी
माटी की सोंधी महक (नील पदम् के दोहे)
माटी की सोंधी महक (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
Phool gufran
टूटी हुई उम्मीद की सदाकत बोल देती है.....
टूटी हुई उम्मीद की सदाकत बोल देती है.....
कवि दीपक बवेजा
इंद्रधनुष
इंद्रधनुष
Santosh kumar Miri
परम्परा को मत छोडो
परम्परा को मत छोडो
Dinesh Kumar Gangwar
नौकरी (२)
नौकरी (२)
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मौत का भय ✍️...
मौत का भय ✍️...
Shubham Pandey (S P)
चाहे तुम
चाहे तुम
Shweta Soni
मैं ....
मैं ....
sushil sarna
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
DrLakshman Jha Parimal
तिश्नगी
तिश्नगी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
विदाई
विदाई
Rajesh Kumar Kaurav
मित्रता दिवस खोजूं सत्य चरित्त
मित्रता दिवस खोजूं सत्य चरित्त
RAMESH SHARMA
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
shabina. Naaz
लोगो को जिंदा रहने के लिए हर पल सोचना पड़ता है जिस दिन सोचने
लोगो को जिंदा रहने के लिए हर पल सोचना पड़ता है जिस दिन सोचने
Rj Anand Prajapati
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
- तेरी मोहब्बत ने हमको सेलिब्रेटी बना दिया -
- तेरी मोहब्बत ने हमको सेलिब्रेटी बना दिया -
bharat gehlot
गीत- छिपाता हूँ भुलाता हूँ...
गीत- छिपाता हूँ भुलाता हूँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
कहने को सभी कहते_
कहने को सभी कहते_
Rajesh vyas
মহাদেব ও মা কালীর কবিতা
মহাদেব ও মা কালীর কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
Loading...