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18 Jul 2019 · 1 min read

सावन पुकार रहा

सावन भी पुकार रहा, देख धरा के हाल।
ताकते जन जन अम्बर, सूख गए सब ताल ।।

हे ! मेघ बरस जाइए, सुन हमारी पुकार ।
मच रहीं हैं उथल पुथल व्याकुल हैं संसार ।।

झूले बिन सूनी हुई, पेड़ो की हर डाल ।
सावन में बैसाख हैं, उमस करें बेहाल ।।
।।जेपीएल।।

Language: Hindi
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