Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2023 · 1 min read

सावन का महीना

देखो देखो बादल घिर आए, देख के इसको सबके मन हर्षाए, उमड़ उमड़कर काले बादल, बारिश की रिमझिम बूंदें बरसाए,
बादल गरजे, बिजली चमकी, देख के इसको सबके मन घबराए,
हो जाता भयभीत सबका मन, जब चलती सन सन तेज हवाएं,
नदी तालों में मेंढक टर्राए, गहरे अंधियारे में झींगुर भी जैसे गाएं,
कल कल करती नदियां बहतीं, बादल भी इंद्रधनुषी छटा दिखाए,
आसमान में घिरते बादल, जैसे किसी गोरी के नैनों में काजल,
देख कर इसको मन हर्षाए, घुमड़ घुमड़ कर बूंदें बरसाए,
खिल गए हैं सुंदर उपवन, पेड़ों में भी सावन के झूले आए,
देख के ऐसे सुहाने मौसम, प्रेमी प्रेमिका के मन तरसाए,
रोमांचित होकर प्रियतम से मिलने, आतुर हो हर एक मन गाए,
किसान भी नाचे झूमें गाएं, खेतों में जब हरियाली लहराए,
चहुं ओर छाई हरियाली ने, मानों प्रकृति को हरी चादर ओढ़ाए,
सावन महीना आए, देखो सावन महीना आए।।
✍️मुकेश कुमार सोनकर “सोनकर जी”
रायपुर, छत्तीसगढ़ मो.नं.9827597473

1 Like · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
Anil Mishra Prahari
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
Saumyakashi
"कैसे फैले उजियाली"
Dr. Kishan tandon kranti
*ठेला (बाल कविता)*
*ठेला (बाल कविता)*
Ravi Prakash
आओ सर्दी की बाहों में खो जाएं
आओ सर्दी की बाहों में खो जाएं
नूरफातिमा खातून नूरी
बहुत से लोग आएंगे तेरी महफ़िल में पर
बहुत से लोग आएंगे तेरी महफ़िल में पर "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सिद्धार्थ
सिद्धार्थ "बुद्ध" हुए
ruby kumari
*पूर्णिका*
*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
Ravikesh Jha
तस्मात् योगी भवार्जुन
तस्मात् योगी भवार्जुन
सुनीलानंद महंत
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भाग गए रणछोड़ सभी, देख अभी तक खड़ा हूँ मैं
भाग गए रणछोड़ सभी, देख अभी तक खड़ा हूँ मैं
पूर्वार्थ
कर्म की भावना बरकरार रखो,
कर्म की भावना बरकरार रखो,
Ajit Kumar "Karn"
अगर आपको अपने आप पर दृढ़ विश्वास है कि इस कठिन कार्य को आप क
अगर आपको अपने आप पर दृढ़ विश्वास है कि इस कठिन कार्य को आप क
Paras Nath Jha
लौट चलें🙏🙏
लौट चलें🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
I love you
I love you
Otteri Selvakumar
मौज के दोराहे छोड़ गए,
मौज के दोराहे छोड़ गए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
चुनावी घनाक्षरी
चुनावी घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
नर नारी
नर नारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ
Neelam Sharma
🙅आज का मैच🙅
🙅आज का मैच🙅
*प्रणय प्रभात*
ख्वाहिशों के बैंलेस को
ख्वाहिशों के बैंलेस को
Sunil Maheshwari
𑒂𑓀𑒑𑒳𑒩𑒹 𑒣𑒩 𑒪𑒼𑒏 𑒏𑒱𑒕𑒳 𑒑𑒱𑒢𑒪 𑒖𑒰 𑒮𑒏𑒻𑒞 𑒕𑒟𑒱
𑒂𑓀𑒑𑒳𑒩𑒹 𑒣𑒩 𑒪𑒼𑒏 𑒏𑒱𑒕𑒳 𑒑𑒱𑒢𑒪 𑒖𑒰 𑒮𑒏𑒻𑒞 𑒕𑒟𑒱
DrLakshman Jha Parimal
कभी-कभी आते जीवन में...
कभी-कभी आते जीवन में...
डॉ.सीमा अग्रवाल
छल फरेब
छल फरेब
surenderpal vaidya
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
Jitendra kumar
Loading...