साया
साया
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आखिर कब तक लड़की होने की कीमतें चुकाई जाएगीं ?
रावण को जलाने वाले समाज में इन वहशी दरिंदो के हाथों
ये मासूम सीताएं कब तक यूं ही जलाई जाएंगी ?
निर्भया, ट्विंकल,आसिफा और न जाने कितनी चली गईं !
सच यही है कि सरकारें तो बस यूंही आती और जाती जाएंगी !
सुना है अगले बरस फिर से कन्यापूजन की रस्में निभाई जाएंगी !
देखते हैं ,ये काले साये पैदा हुए जिस कोख से , वो शर्मिंदगी का बोझ कैसे उठाती जाएंगी !
©®Sugyata