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19 Jan 2022 · 1 min read

सामाजिक न्याय के लिए

वे आंख के
अंधे बेहतर हैं
अक्ल के
इन अंधों से!
आजिज़
आ चुके हैं हम
इनके उल्टे-
पुल्टे धंधों से!!
भगतसिंह और
आम्बेडकर
अगर तुरन्त
एक नहीं हुए!
तो बचना
नामुमकिन है
इस देश का
इनके फंदों से!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
115 Views
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