सामंती पितृसत्तात्मक षड्यंत्र
कांटों पे चली
तू सदियों!
फांकों में पली
तू सदियों!
आख़िर किसकी
साज़िश से!
शोलों में जली
तू सदियों!
Shekhar Chandra Mitra
#feministmovement
कांटों पे चली
तू सदियों!
फांकों में पली
तू सदियों!
आख़िर किसकी
साज़िश से!
शोलों में जली
तू सदियों!
Shekhar Chandra Mitra
#feministmovement