साबित क्यों
साबित क्यों?????
हम जिंदगी भर साबित करते रहते
एक अच्छी मां,अच्छी पत्नी ,अच्छी बहु
अच्छी दोस्ती,अच्छी नागरिक बहुत कुछ….
पर क्या साबित होता हैं कुछ भी????
एक चूक हुईं नहीं की सब बराबर
फ़िर से जुट जाते साबित करने में
क्यों लगे पड़े हो यार जब कुछ होना नहीं
लोगों को तेरा किया समझना ही नहीं
तो छोड़ दे ये सब …..………
खुद से खुद की मुलाकात कर
खुद को आईने की तरह साफ़ रख
बस खुद को ही ज़वाब देना है
लोगों का हुजूम तो बहाना हैं
बस सुन तू अपने दिल की
यहां अपने हर हाल में नाराज़ होते है
अपना दिया पैसा ही मांग लो उनसे तो
पहचानने तक से इंकार करते हैं
तो ये दिल❤️💕
मत रह किसी उलझन में
सबको तू ना समेट पाएगा
खुद से जुड़ा रिश्ता ही काम आयेगा
दीपाली कालरा