साथ तुम्हारा
देख लें हम तुम्हें, अब ठेहर के युंही।
तुमको आंखो में अपनी, बसा लें युंही।।
तुम पर इतना भरोसा, करें क्या कहें।
तुमको सांसो में अपनी, बसा लें युंही।।
1.
तुम भले टोक लो
वक्त को रोक लो
अपनी पलकें झुका कर
भरम ओढ लो
।
हम तुम्हें हर तरह से, ही चाहे सनम।
तुमको अब हर तरह से, सज़ा लें युंही।।
।
देख लें हम तुम्हें, अब ठेहर के युंही।
तुमको आंखो में अपनी, बसा लें युंही।।
2.
तुम तो गोधूम हो
हमको मालूम हो
जानते हैं सभी
तुम तो मासूम हो
।
जान कर क्यूं, हमें हो परखते सनम।
जैसा सांचा हो तुम, खुदको ढालें युंही।।
।
तुम पर इतना भरोसा, करें क्या कहें।
तुमको सांसो में अपनी, बसा लें युंही।।
3.
क्या है आगे पता
होगा क्या अब पता
साथ हम बस रहें
न हो कुछ भी पता
।
सब परेशानियां हो, या जीवन ही हो।
साथ तुम देदो, तो सब संभालें युंही।।
तुम पर इतना भरोसा, है हमको सनम।
तुमको सांसो में अपनी, बसा लें युंही।।
देखते ही रहें, उम्र भर बस तुम्हें।
तुमको आंखो में अपनी, बसा लें युंही।।
साथ जीवन ये सारा, सज़ा लें युंही।।
-मोहन