Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

साथी चल

साथी चल कुछ कर दिखलाएँ
अमन-चैन के गीत सुनाएँ
शोषण, घुसखोरी, गद्दारी
अन्याय, अनाचार, भ्रष्टाचारी
गली-गली नफरत का जहर
द्वार-द्वार मच रहा कहर
मिलकर आओ दूर भगाएँ
साथी चल कुछ कर दिखलाएँ

✍️_ राजेश बन्छोर “राज”
हथखोज (भिलाई), छत्तीसगढ़, 490024

Language: Hindi
1 Like · 63 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजेश बन्छोर
View all
You may also like:
मुझको आश्चर्य होता है यह देखकर
मुझको आश्चर्य होता है यह देखकर
gurudeenverma198
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
बिखरा
बिखरा
Dr.Pratibha Prakash
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
Shubham Pandey (S P)
"तेरा-मेरा"
Dr. Kishan tandon kranti
बात जुबां से अब कौन निकाले
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
Mohan Pandey
धरती, आसमान, चांद, सितारे, सूर्य की भी बीत रही उमर।
धरती, आसमान, चांद, सितारे, सूर्य की भी बीत रही उमर।
Rj Anand Prajapati
चाँदनी .....
चाँदनी .....
sushil sarna
🙅DNA REPORT🙅
🙅DNA REPORT🙅
*प्रणय*
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
योग्य शिक्षक
योग्य शिक्षक
Dr fauzia Naseem shad
सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ।
सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अगर मुझे पढ़ सको तो पढना जरूर
अगर मुझे पढ़ सको तो पढना जरूर
शेखर सिंह
सबसे बड़ा सवाल मुँहवे ताकत रहे
सबसे बड़ा सवाल मुँहवे ताकत रहे
आकाश महेशपुरी
काश, मैं मोबाइल होता
काश, मैं मोबाइल होता
अरशद रसूल बदायूंनी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
Shreedhar
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
Ashwini sharma
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
तिनका तिनका सजा सजाकर,
तिनका तिनका सजा सजाकर,
AJAY AMITABH SUMAN
चमन
चमन
Bodhisatva kastooriya
तुम ही सुबह बनारस प्रिए
तुम ही सुबह बनारस प्रिए
विकास शुक्ल
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
DrLakshman Jha Parimal
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
Taj Mohammad
2802. *पूर्णिका*
2802. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
Phool gufran
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
Loading...