*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)
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साठ बरस के हो गए ,हुए सीनियर आज
बोले पचपन पर टिका ,माने मुझे समाज
माने मुझे समाज ,आज से पचपन बोलूँ
उम्र हो गई साठ ,राज को कभी न खोलूँ
कहते रवि कविराय ,श्वेत बालों में बस के
उम्र कह रही रोज, हुए हम साठ बरस के
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रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451