साजन सजनी की बरसात
कर रही है कुछ इशारे,ये बे मौसम बरसात,
सजनी साजन से मिले,कह रही ये बरसात।
अबकी बार हो रही ,हरेक घर में बरसात,
न जाने कब होगी, मेरे घर में ये बरसात।
सोचा था अबकी बार होगी शराब की बरसात,
बेहिसाब पिएंगे जब होगी ये शराब की बरसात।
कटती नहीं बिन साजन के ये बरसात की रात,
आ जाएं मेरे साजन,जम कर बरसना बरसात।
बरसात के पहले हुई है,अश्कों की बरसात,
न जाने कब होगी,मेरे साजन से मुलाकात।
मांग रहा है दुआ रस्तोगी,हो प्यार की बरसात,
बिन साजन के किसी सजनी की कटे न रात।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम