साक्षात एक दर्शन देते प्रभु से
जब तुम समक्ष थे
मेरे सामने नहीं थे
अब मेरी नजरों से ओझल तो
मेरे हृदय में विराजमान
साक्षात एक दर्शन देते प्रभु से
मेरे रोम रोम में बसते
मेरे मन के दर्पण में समाये
मेरे दिल के बेहद करीब
मैं खुद से दूर पर
तुम मेरे नजदीक।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001