साक्षरता
नफ़रत ,गुरवत और अशिक्षा शत्रु हैं इंसान के।???
चलो आज सब दीप जलाएं प्रेम और सद्ज्ञान के।????
बिन शिक्षा जीवन अंधियारा,
ज्ञान दीप से हो उजियारा।???
कहते आए बुजुर्ग यह अक्सर,
बिन शिक्षा नर पशु से बढ़ कर।???
शिक्षा से हो जाते दर्शन घर बैठे भगवान के।????????
चलो आज—-
आज ये झगड़े,खून खराबा भाई-भाई पर करता वार।
चारों ओर नफ़रत की ज्वाला और झुलसता रहता प्यार।
मां-बहनों की आंख के आंसू मां गंगा रहे अपना अधिकार।
दुल्हन की चूड़ियां हैं बिलखती जीवन बना है उनका भार।
आओ मिटादें भेदभाव सब दिल से हर इंसान के। ???
पढ़ें लिखे एक साथ पर्याय से गौरी , रजिया और मेहनाज।
राम-श्याम , इरफान मनिंदर कोई न रह जाए अंजान।
पढ़ें लिखकर हर कृषक श्रमिक बन जाए माटी की शान।
गुरवंत मिट जाएगी तत्क्षण भारत भूमि रत्न निधन।
शिक्षा से ही शत्रु मिटेंगे धर्म और ईमान के।
चलो आज—
भारत के मंदिर में चल ज्योति जलाएं ज्ञान की।
धरती पर खुशहाली होगी झूमेंगी फसलें प्यार की।
तोड़ सकेंगे शिक्षा शस्त्र से द्वेष की बंजर दीवार भी।
छीन सकेंगे जमींदार से पढ़कर निज अधिकार भी।
रेखा चलो हर जन को पर्याय वह अक्सर ज्ञान दें।
नफ़रत गुरवत और अशिक्षा शत्रु हैं इंसान के।
चलो आज सब दीप जलाएं प्रेम और सद्ज्ञान के।??????
विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर संकल्प भेंट रेखा रानी प्रधानाध्यापिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय गजरौला वि०-क्षे०-गजरौला जनपद-अमरोहा ।नफ़रत ,गुरवत और अशिक्षा शत्रु हैं इंसान के।???
चलो आज सब दीप जलाएं प्रेम और सद्ज्ञान के।????
बिन शिक्षा जीवन अंधियारा,
ज्ञान दीप से हो उजियारा।???
कहते आए बुजुर्ग यह अक्सर,
बिन शिक्षा नर पशु से बढ़ कर।???
शिक्षा से हो जाते दर्शन घर बैठे भगवान के।????????
चलो आज—-
आज ये झगड़े,खून खराबा भाई-भाई पर करता वार।
चारों ओर नफ़रत की ज्वाला और झुलसता रहता प्यार।
मां-बहनों की आंख के आंसू मां गंगा रहे अपना अधिकार।
दुल्हन की चूड़ियां हैं बिलखती जीवन बना है उनका भार।
आओ मिटादें भेदभाव सब दिल से हर इंसान के। ???
पढ़ें लिखे एक साथ पर्याय से गौरी , रजिया और मेहनाज।
राम-श्याम , इरफान मनिंदर कोई न रह जाए अंजान।
पढ़ें लिखकर हर कृषक श्रमिक बन जाए माटी की शान।
गुरवंत मिट जाएगी तत्क्षण भारत भूमि रत्न निधन।
शिक्षा से ही शत्रु मिटेंगे धर्म और ईमान के।
चलो आज—
भारत के मंदिर में चल ज्योति जलाएं ज्ञान की।
धरती पर खुशहाली होगी झूमेंगी फसलें प्यार की।
तोड़ सकेंगे शिक्षा शस्त्र से द्वेष की बंजर दीवार भी।
छीन सकेंगे जमींदार से पढ़कर निज अधिकार भी।
रेखा चलो हर जन को पर्याय वह अक्सर ज्ञान दें।
नफ़रत गुरवत और अशिक्षा शत्रु हैं इंसान के।
चलो आज सब दीप जलाएं प्रेम और सद्ज्ञान के।??????
विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर संकल्प भेंट रेखा रानी प्रधानाध्यापिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय गजरौला वि०-क्षे०-गजरौला जनपद-अमरोहा ।