साकार
मन में रहे हमेशा
आशा और विश्वास
मत भटको अधेरों में
कभी न होना निराश
मत करो कभी तनाव
मत करो कभी विवाद
जब तय नियति विधान
फिर क्यों नहीं लेते मान।
समय एक बहती धार
मचा रहा कोलाहल
कूलों के आर -पार
मन रखो स्वच्छ साफ
जीवन जिओ साकार
सोचो हमेशा साकार।