*साइकिल (कुंडलिया)*
साइकिल (कुंडलिया)
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बाइक से होती भली ,एक साथ दो काम
चले बिना पेट्रोल के ,सस्ता इसका दाम
सस्ता इसका दाम ,खूब कसरत करवाती
करो साइकिल – सैर ,नहीं बीमारी आती
कहते रवि कविराय,साइकिल कर दो “लाइक”
कहो साइकिल हाय ,बाय तुमको है बाइक
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451