सांस-सांस पर तेरा नाम
दिल मेरा है, लेकिन सांसे बनकर, इसमें धड़कती सिर्फ़ तू है जिस्म मेरा है, लेकिन इसमें रूह बनकर, रहती सिर्फ़ तू है मेरी सांस-सांस पर, तेरा नाम लिख दिया है ख़ुदा ने मैं राहगीर भी हूं, तो उसी रास्ते का, जिस राह से गुज़रती सिर्फ़ तू है।